मध्य प्रदेश में दोपहर 3 बजे तक 59.63 फीसदी मतदान, जानें जनता ने कहां डाले कितने वोट?
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मध्य प्रदेश में दोपहर 3 बजे तक 59.63 फीसदी मतदान, जानें जनता ने कहां डाले कितने वोट?

इंदौर

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान जारी है. प्रदेश की 8 सीटों पर दोपहर 3 बजे तक 59.63 % मतदान हुआ है. देवास में 63.08 फीसदी, धार में 60.18 फीसदी, इंदौर में 48.4 फीसदी, खंडवा में 59.87 फीसदी, खरगोन में 63.84 फीसदी, मंदसौर में 61.58 फीसदी, रतलाम में 62.78 फीसदी और उज्जैन में 60.83 फीसदी मतदान हुआ है. दोपहर 1 बजे तक प्रदेश में 48.52% मतदान हुआ. देवास में 52.11 फीसदी, उज्जैन में 49.71 फीसदी, मंदसौर में 50.39 फीसदी, रतलाम में 51.13 फसदी, धार में 49.37 फीसदी, इंदौर में 38.60 फीसदी, खरगोन में 51.48 फीसदी और खंडवा में 48.15 फीसदी मतदान हुआ. प्रदेश में सुबह 11 बजे तक 32.38% वोटिंग हुई. सबसे ज्यादा वोटिंग देवास लोकसभा में 35.83% हुई. जबकि, सबसे कम वोटिंग इंदौर लोकसभा में 25.01% वोटिंग हुई.

सुबह 11 बजे तक धार में 32.62%, खंडवा में 31.87%, खरगोन में 33.52%, मंदसौर में 34.12%, रतलाम में 34.04% और उज्जैन में 34.25% वोटिंग हुई. आगर मालवा में आगर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 166 में सुबह 11 बजे तक 37.66 प्रतिशत वोटिंग हुई. धार में 11 बजे तक 35.32 प्रतिशत, खरगोन जिले में 33.52 प्रतिशत मतदान हुआ. प्रदेश में सुबह 9 बजे तक 14.97% मतदान हुआ. इस दौरान सबसे ज्यादा उज्जैन लोकसभा में 16.80%, सबसे कम इंदौर लोकसभा में 11.48 % हुआ था. सुबह 9 बजे तक देवास में 16.79%, धार में 15.61%, खंडवा में 14.68% खरगोन में 15.35%, मंदसौर में 16.61% और रतलाम में 13.73% वोटिंग हुई.

चौथे चरण में कितने मतदाता
बता दें, 13 मई को मध्य प्रदेश की 8 सीटों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा में सुबह 7 बजे से मतदान हो रहा है. एमपी की इन 8 लोकसभा सीटों पर 74 कैंडिडेट हैं. इनमें 69 पुरुष और 5 महिला शामिल हैं. इंदौर में सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार हैं. खरगोन में सबसे कम 5 प्रत्याशी हैं. चौथे चरण के मतदान में 1 करोड़ 63 लाख 70 हजार 654 मतदाता मत का प्रयोग कर रहे हैं. इनमें दिव्यांग मतदाता 1 लाख 53 हजार 324 हैं. 85 साल के मतदाताओं की संख्या 87 हजार 979, 100 साल के मतदाताओं की संख्या 2 हजार 231 है. 18 से 19 साल के मतदाताओं की संख्या 5 लाख 2 हजार 219 है. 20 से 29 साल के मतदाताओं की संख्या 40 लाख 5 हजार 121 है. चौथे चरण के चुनाव में 49 हजार 400 मतदाताओं ने घर से वोटिंग की.

किसके बीच कहां हो रहा मुकाबला
उज्जैन में बीजेपी के अनिल फिरोजिया और कांग्रेस के महेश परमार के बीच मुकाबला हो रहा है. इंदौर में बीजेपी के शंकर लालवानी अकेले चुनाव लड़ रहे हैं. खरगोन में बीजेपी के गजेंद्र पटेल और कांग्रेस के पोरलाल खरते के बीच, रतलाम में बीजेपी की अनीता नागर चौहान और कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया के बीच, मंदसौर में बीजेपी के सुधीर गुप्ता और कांग्रेस के दिलीप सिंह गुर्जर के बीच, खंडवा में बीजेपी के ज्ञानेश्वर पाटील और कांग्रेस के नरेंद्र पटेल के बीच, धार में बीजेपी की सावित्री ठाकुर और कांग्रेस के राधेश्याम मुवेल के बीच, देवास में बीजेपी के महेंद्र सिंह सोलंकी और कांग्रेस के राजेंद्र राधाकिशन मालवीय के बीच मुकाबला है.

मतदान के लिए अवकाश न मिलने पर इंदौर एनेक्सी डिजिटल पर एक्शन

इंदौर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एनेक्सी डिजिटल को सील कर दिया है. बताया जा रहा है कि मतदान के लिए कंपनी ने कर्मचारियों को अवकाश नहीं दिया था. इसके चलते निर्वाचन आयोग के पास शिकायत पहुंची थी. शिकायत मिलने के बाद प्रशासन और पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई की और 50 से अधिक कर्मचारी वहां पहुंचे. साथ ही, सभी कर्मचारियों की छुट्टी कर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया.

मंदसौर में सबसे छोटे कद के मतदाता

नीमच के कुकड़ेश्वर मतदान केंद्र क्र. 177 पर 24 वर्षीय छोटे कद के मतदाता विकास पिता विष्णु खाती ने अपने मताधिकार का उपयोग किया.

निकाह के बाद निभाया कर्तव्य
खंडवा में वोटिंग के लिए दूल्हा-दुल्हन निकाह के बाद सीधे पोलिंग बूथ पहुंचे। दूल्हे समीर आजाद ने बताया कि वो कुंडलेश्वर वार्ड के है। बारात लेकर राजस्थान के ब्यावर गए हुए थे। 13 मई को निकाह होना था लेकिन मतदान को लेकर एक दिन पहले ही 12 मई को ही निकाह करवाया गया।

87 साल की उषा पंडित निवासी न्यू बीजलपुर, इंदौर ने देवास जाकर मतदान किया। उनका मतदान केंद्र देवास में है। कुछ समय पहले वे इंदौर में रहने चली गई थीं। उनका नाम देवास में है।  

दीदी,  मां माटी मानुष की नहीं बल्कि मनी, माफिया और मर्डर की सरकार चला रही है
शिवराज सिंह चौहान ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि  दीदी, मां माटी मानुष की नहीं बल्कि मनी, माफिया और मर्डर की सरकार चला रही है। बंगाल का पवित्र त्योहार है सिंदूर खेला, लेकिन ममता दीदी ने अपनी क्रूरता से बंगाल की महिलाओं का सिंदूर तक छीन लिया। टीएमसी के गुंडों के आतंक ने कई महिलाओं का सुहाग उजाड़ दिया है। महिलाओं को सशक्त करने हम लखपति दीदी बना रहे है, लेकिन ममता दीदी खुद घोटाला दीदी बन गई है। दीदी कहती थी करबो लड़बो जीतवो लेकिन सरकार में कर रही है काटबो, लड़ाबो और मारबो। पूर्व सीएम ने कहा कि बंगाल में दीदी ने गणतंत्र को गुंडातंत्र में बदल दिया है। 

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