‘INDIA ब्लॉक की केंद्र में सरकार बनी तो बाहर से देंगे समर्थन’, पांचवें चरण की वोटिंग से पहले ममता बनर्जी का बड़ा ऐलान
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‘INDIA ब्लॉक की केंद्र में सरकार बनी तो बाहर से देंगे समर्थन’, पांचवें चरण की वोटिंग से पहले ममता बनर्जी का बड़ा ऐलान

हावड़ा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अगर लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनती है तो उनकी पार्टी इस सरकार को बाहर से अपना समर्थन देगी.  गौर करने वाली बात ये है कि कुछ हफ्ते पहले ही ममता बनर्जी ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में INDIA ब्लॉक से कोई गठबंधन नहीं है.

तब  इंडिया ब्लॉक के तहत कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर असहमति जाहिर करने वालीं ममता बनर्जी ने कहा था, 'मैंने विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यहां तक कि गठबंधन का नाम भी मेरे द्वारा दिया गया था. लेकिन यहां पश्चिम बंगाल में, सीपीआई (एम) और कांग्रेस भाजपा के लिए काम कर रहे हैं.'

उन्होंने बुधवार को अपना पिछला बयान दोहराते हुए कहा, "बंगाल में सीपीआई (एम) और कांग्रेस पर भरोसा मत करो. वे हमारे साथ नहीं हैं, वे यहां भाजपा के साथ हैं." ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए इसे 'चोरों से भरी पार्टी' बताया. उन्होंने कहा कि पार्टी '400 पार' के अपने महत्वाकांक्षी चुनावी लक्ष्य को हासिल करने में विफल रहेगी.

बीजेपी को बताया चोरों की पार्टी

 मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "बीजेपी दावा कर रही है कि वह 400 सीटें जीतेगी, लेकिन लोग कह रहे हैं कि ऐसा नहीं होगा. पूरा देश समझ गया है कि बीजेपी चोरों से भरी पार्टी है. हम (टीएमसी) सरकार बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बाहर से इंडिया ब्लॉक का समर्थन करेंगे और हर तरह से उनकी मदद करेंगे. हम एक ऐसी सरकार बनाएंगे जो यह सुनिश्चित करेगी कि बंगाल में हमारी माताओं और बहनों को कभी कोई समस्या न हो और यह सुनिश्चित किया जाए कि 100 दिन की नौकरी योजना में भाग लेने वालों को किसी भी तरह की बाधा का सामना न करना पड़े.'

उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा, 'मैं दिल्ली वाले (इंडिया ब्लॉक) के बारे में बात कर रही हूं. इसमें सीपीएम या बंगाल कांग्रेस शामिल नहीं हैं.' ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के लिए इंडिया ब्लॉक का समर्थन करेगी. ममता बनर्जी ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) को रद्द करने की भी कसम खाई. उन्होने कहा कि भाजपा सरकार के सत्ता से बाहर होने पर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन को रोक दिया जाएगा.

बंगाल में हर चरण में हो रहा है मतदान

आपको बता दें कि ममता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में चार चरणों की वोटिंग संपन्न हो चुकी है और केवल तीन चरणों का मतदान बचा है. बंगाल में हर चरण में वोटिंग हो रही है. अब पांचवें चरण (20 मई) में बनगांव, बैरकपुर, हावड़ा, उलुबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली और आरामबाग में वोटिंग होगी, जबकि छठे चरण में (25 मई) तामलुक, कांठी, घाटाल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा और विष्णपुर में वोटिंग होगी.

वहीं सातवें यानी आखिरी चरण (1 जून) में दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जाधवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर में वोटिंग होगी. इंडिया ब्लॉक के साझेदारों के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस-वाम गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है.

बीजेपी के 400 पार के टारगेट पर क्या बोलीं ममता?
बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में 400 सीट हासिल करने के बीजेपी के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा, 'बीजेपी 400 सीट जीतने का दावा कर रही है, लेकिन लोग कह रहे हैं कि इस बार ऐसा नहीं होगा। हम (तृणमूल कांग्रेस) केंद्र में सरकार बनाने के लिए ‘इंडिया’ को बाहर से समर्थन देंगे।' बनर्जी ने बंगाल में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन के खिलाफ अपनी पार्टी के अडिग रुख की घोषणा की।

पीएम मोदी पर भड़कीं ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को निर्वाचन आयोग (ईसी) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशों के तहत काम करने वाली 'कठपुतली' करार दिया। हुगली जिले के चिनसुराह में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने दो महीने की अवधि में चुनाव निर्धारित करने के लिए निर्वाचन आयोग की आलोचना की और आरोप लगाया कि अत्यधिक गर्मी के कारण आम लोगों को होने वाली कठिनाइयों की अनदेखी करते हुए भाजपा के पक्ष में यह फैसला लिया। बनर्जी ने कहा, 'निर्वाचन आयोग एक कठपुतली है और मोदी के निर्देशों के अनुसार काम करता है। ढाई महीने से मतदान हो रहा है, क्या आपको (निर्वाचन अधिकारियों को) कभी आम लोगों की परेशानियों का अहसास हुआ है।'

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