Google की बंद हो रही यह सर्विस, 20 जून लास्ट डेट; चार साल पहले हुई थी लॉन्च
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Google की बंद हो रही यह सर्विस, 20 जून लास्ट डेट; चार साल पहले हुई थी लॉन्च

Google की एक सर्विस अब हमेशा के लिए बंद होने वाली है। कंपनी ने इस सर्विस को करीब चार साल पहले शुरू किया था। हम बात कर रहे हैं Google One VPN Service की। हालांकि, गूगल पहले ही बता चुका था कि वे इस सर्विस को बंद कर देगा। अब कंपनी ने इसकी तारीख की घोषणा कर दी है। कंपनी ने अनुसार, गूगल वन वीपीएन सर्विस 20 जून 2024 से काम करना बंद कर देगी। बता दें कि इसे अक्टूबर 2020 में पेश किया गया था।

गूगल ने सपोर्ट पेज पर कहा कि "20 जून, 2024 से, Google One VPN सर्विस को बंद कर दिया जाएगा।" इसके अलावा, गूगल ने तरीका भी बताया है कि यूजर कैसे अपने डिवाइस से गूगल वन वीपीएन सर्विस को हटा सकते हैं

अब ऐसे सर्विस यूज कर पाएंगे पिक्सेल यूजर

गूगल का कहना है कि Pixel 8 और नए डिवाइस अपने सिस्टम सेटिंग्स के हिस्से के रूप में एक इन-बिल्ट वीपीएन प्रदान करते हैं। VPN सर्विस को Google One ऐप से हटा दिए जाने के बाद, पिक्सेल 7 यूजर अपने सिस्टम सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के बाद भी VPN फंक्शनैलिटी का यूज करना जारी रख सकेंगे। कंपनी 3 जून, 2024 को पिक्सेल 7, 7 प्रो, 7a और फोल्ड के लिए एक इन-बिल्ट वीपीएन, वीपीएन बाय गूगल को इनेबल करने के लिए एक सिस्टम अपडेट जारी करेगी।

क्या भारतीय यूजर्स भी होंगे प्रभावित

भारत में Google One यूजर्स को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि कंपनी ने देश में अपनी वीपीएन सर्विस पेश नहीं की थी।

अपने डिवाइस से गूगल वन वीपीएन सर्विस को कैसे हटाएं, देखें स्टेप्स:

– फाइंडर ओपन करें।

– साइडबार में एप्लिकेशन पर क्लिक करें।

– "वीपीएन बाय गूगल वन" को ट्रैश में खींचें (ड्रैग करें)।

– अब "वीपीएन बाय गूगल वन" पर राइट-क्लिक करें।

– अब मूव टू ट्रैश सिलेक्ट करें।

यदि आपसे यूजर नेम और पासवर्ड मांगा जाता है, तो अपने मैक पर एडमिनिस्ट्रेटर अकाउंट के क्रेडेंशियल दर्ज करें। यह वह नाम और पासवर्ड हो सकता है जिसका उपयोग आप अपने मैक में लॉग इन करने के लिए करते हैं।

VPN क्या है?

VPN (यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) आपके ट्रैफिक को एन्क्रिप्ट करके वेब को सुरक्षित रूप से ब्राउज करने में आपकी मदद करता है। जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो डेटा आपके डिवाइस से उस साइट पर भेजा जाता है। लेकिन सबसे पहले यह उस वाई-फाई राउटर से होकर गुजरता है जिसका यूज आप इंटरनेट तक पहुंचने के लिए कर रहे हैं और यानी पहले यह आपके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से होकर गुजरता है। वीपीएन आपके डिवाइस और वीपीएन सर्वर के बीच एक एन्क्रिप्टेड कनेक्शन बनाकर आपके नेटवर्क डेटा को छिपाते हैं, ताकि न तो आपका इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर और न ही आपके डिवाइस और वीपीएन सर्वर के बीच कोई अन्य चीज यह देख सके कि आप कौन सी वेबसाइट ब्राउज कर रहे हैं या कौन से ऐप्स का यूज कर रहे हैं।

एक वीपीएन आपके आईपी एड्रेस को छुपाकर आपकी ब्राउजिंग को सुरक्षित रखने में भी मदद करता है। वेबसाइट्स और विज्ञापनदाता आपके आईपी पते का उपयोग उन वेबसाइट्स पर नजर रखने के लिए करते हैं जिन पर आप जाते हैं और जिस प्रकार का कंटेंट का आप आनंद लेते हैं। वीपीएन आपके पर्सनल आईपी एड्रेस को वीपीएन सर्वर द्वारा असाइन एक नए आईपी एड्रेस से बदल देते हैं, जिससे वेबसाइट्स द्वारा आपको ट्रैक करने की क्षमता समाप्त हो जाती है।

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